हमारे हिन्दू धरम मै कुछ चीजों के पीछे छिपा है बज्ञानिक कारण जानिए क्या हैं वो कारण
Existence of God
जब आपको लगे की आप ज्यादतर निराश रहने लगे हैं तो ध्यान रखें ये 3 बातें
हम कभी-कभी कुछ बातें को बिगड़ने से निराशा हावी होने लगती है। और हमे लगता है की क्या कर डालें…
हनुमानजी ने कैसे विभीषण को अपने पक्ष में किया था
अपने व्यवसायिक या ऑफिस की प्रतिस्पर्धा में सभी लोग यह नहीं जान पाते हैं कि कौन अपना है और कौन…
क्या अाप जानते हैं की परम शान्ति कैसे मिले?
परम शान्ति किसे नहीं चाहिए? सभी तो अशांत हैं, बेचैन हैं, व्याकुल हैं, दुखियारे हैं। किसी को इस बात का…
अपने आप को सुखी रखने के लिए कभी भी दूसरों में नहीं देखनी चाहिए ये बातें
पुराने समय की बात है एक गुरुकुल के आचार्य अपने शिष्य की सेवा भावना से बहुत प्रभावित हुए। शिक्षा पूरी…
सफलता पाने के लिये जो संदेह होते हैं उनको कैसे करें दूर
हमें अपनी जिंदगी जीने के हकदार हैं, लेकिन संदेह से उसमें बड़ी बाधा है। यह संदेह हमारी महत्वाकांक्षाओं को खत्म…
यदि आप भी दान करते हैं तो ध्यान रखें ये बातें जिससे आप गलत करने से बच पायें
पुराने समय से ही धन और अन्य वस्तुओं का दान करने की परंपरा चली आ रही है। आज भी काफी…
विज्ञान जहाँ खतम हो जाती है वहा से ईश्वर की सुरुबात शुरू होती है पढ़ें मज़ेदार कहानी
एक बार एक ट्रेन जो दिल्ली से कानपुर जा रही थी. उस ट्रेन के फर्स्ट क्लास AC में दो लोग,…
भगवान श्री कृष्ण के जीवन से जुड़े कुछ रोचक भाव
श्री कॄष्ण जन्म के समय और उनकी आयु के विषय में पुराणों व आधुनिक मिथक विज्ञानियों में मतभेद हैं। कुछ…
गंगा में विसर्जित अस्थियां आखिर जाती कहां हैं
गंगा में विसर्जित अस्थियां आखिर जाती कहां हैं…..बहुत ही ज्ञानवर्धक लेख जरूर पढ़े..!!! पतितपावनी गंगा को देव नदी कहा जाता…
शिवमहापुराण के अनुसार भगवान शिव ही ऐसे देवता हैं, जो निष्कल व सकल दोनों हैं
शिवमहापुराण के अनुसार एकमात्र भगवान शिव ही ऐसे देवता हैं, जो निष्कल व सकल दोनों हैं। यही कारण है कि…
अनमोल वचन – घड़ी भी दिन में दो बार सही समय बताती है।
1. जिदंगी मे कभी भी किसी को बेकार मत समझना क्योंकि बंद पडी घड़ी भी दिन में दो बार सही…
हमें मन्त्रों के विषय में जानने के लिए सर्वप्रथम वेदों को जानना होगा कि वेद क्या हैं ?
हमें मन्त्रों के विषय में जानने के लिए सर्वप्रथम वेदों को जानना होगा कि वेद क्या हैं ? ओर वेदों…
जो भी कर्म हम करते हैं उनका फल हमे यही झेलना पड़ता है ठीक इस प्रकार
एक दृष्टान्त:- भीष्म पितामह रणभूमि में शरशैया पर पड़े थे। हल्का सा भी हिलते तो शरीर में घुसे बाण भारी…