हम सभी के अंदर एक इच्छा छिपी हुई होती है कि हम भी लोकप्रिय हो जाएं। और फिर प्रदर्शन के इस जमाने में जो दिखता है बही बिकता है। मार्केट का यही नियम है। अयोग्य और अनुपयोगी चीजें भी प्रदर्शन के कारण योग्य और उपयोगी के आगे निकल जाती हैं । लोकप्रिय होना कोई बुराई नहीं है। यदि आप योग्य हैं और लोकप्रिय हैं तो यह भी एक तरह की समाजसेवा ही है। आज प्रबंधन के इस युग में आपको लोकप्रिय होने के लिए एक लिखित और स्पष्ट योजना बना लेनी चाहिए। वरना आप घुटन महसूस करने लगोगे कुछ लोग ऊपर से तो कहते हैं कि वे ख्याति नहीं चाहते, लेकिन उनके भीतर का व्यक्तित्व पूछ-परख चाहता है, सम्मान की चाह रखता है।
यह भाव बढ़ने पर लोकप्रिय होने की इच्छा बलबान होती जाती है। लोकप्रिय होने के लिए अपनी यारदास्त को मजबूत रखें, खासतौर पर लोगों के नाम और उनसे संबंधित तारीखों को याद रखें। बधाई और शोक संदेश देने में पारंगत और उदार रहें। दूसरों की पसंद पर अच्छे से ध्यान रखें। बहुत अच्छे श्रोता बन जाइए। आप लोगों को बोलने का जितना अधिक मौका देंगे, वक्त आने पर आप उतने ही ज्यादा सुने जाएंगे। हमेसा अपनी बातों म मीठा पन रखे। अपनी आध्यात्मिक शक्ति जो सभी के अन्दर होती है, दूसरों में स्थानांतरित करते रहें। इसके अलावा अपने अहंकार गिरा दें।