जैसा की हम सब जानते हैं कि शारीरिक और मानसिक रोगों की इन दिनों एक भयंकर बीमारी की वृद्धि हुई है, और वह है बीमारी है तनाव। ज्यादातर लोग मानसिक तनाव से पीड़ित रहते हैं। इस दबाव से अशांत मनःस्थिति में समय गुजारते हैं। और यह एक प्रकार का मानसिक बुखार है। ज्वर-पीड़ितों को कितनी शक्ति उस बीमारी को सहन करने और उससे निपटने में खर्च करनी पड़ती है, मानसिक तनाव से भी प्रायः उसी स्तर की क्षति होती है। यहां जाने तनाव से मुक्ति पाने का खास तरीका जो हमारे जीवन के लिए मह्त्ब्पूर्ण है…
- अपने आस पास कोई एकांत स्थान पर जाकर बैठ जाइए या लेट जाइए। अपने आप को आराम की स्थिति में लाने का प्रयास कीजिए। फिर एक गहरी सांस लेकर धीरे-धीरे आंखें बंद कीजिए, कुछ देर सांस रोकें। फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए शरीर को शिथिल होता अनुभव कीजिए। इस प्रक्रिया को शांति पूर्ण ढंग से 5-6 बार दोहराएं।
- ध्यान रखें की शरीर को पूर्णतः शांत रखें, फिर एक-एक अंग में तनाव उत्पन्न कर उसे शिथिल छोड़ते चलें। और पूरे शरीर को तनाव में लाकर एकदम से शिथिल कर दें। ऐसा कम से कम 4-5 बार जरूर करें।
- अब अनुभव करें कि मांसपेशियों और स्नायु तंत्र का तनाव समाप्त होकर शिथिलता आ रही है। फिर आपको सामान्य महसूस होंने लगेगा।
- जिससे कि धीरे-धीरे शरीर के अंगों से तनाव निकलते जा रहा है। हृदय की धड़कन सामान्य है, फेफड़े सामान्य ढंग से काम कर रहे हैं। इस अभ्यास से आपका मस्तिष्क भी शांत हो रहा है।